12 वर्षों बाद एक ही मंच पर जुटे पूर्व छात्र, यादों का संगीत और भावनाओं की बारिश
कवर्धा/तरेगांव ❘
जिले मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर घने जंगलों और प्रकृति की गोद में बसे पीएम श्री एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय तरेगांव में रविवार को इतिहास रच दिया गया। विद्यालय में पहली बार "संगम एल्युमनी मीट" का आयोजन किया गया, जिसमें सत्र 2012 के प्रथम पासआउट बैच से लेकर सत्र 2024 तक के विद्यार्थियों ने भावनाओं, यादों और अपनों के मिलन से भरा दिन अनुभव किया।
लक्ष्य– यादों को फिर जीना और दिशा देना
कार्यक्रम का आयोजन संस्था के प्राचार्य जय किशोर त्रिपाठी के निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ हुई। कार्यवाहक प्राचार्य केपी गेंदले ने एल्युमनी मीट के उद्देश्य पर बोलते हुए कहा—
"यह आयोजन केवल मुलाकात नहीं, बल्कि संस्थान और पूर्व छात्रों के रिश्ते को फिर से जोड़ने का सम्मान है। हमारी इच्छा है कि छात्र जीवन की यादें ही नहीं, बल्कि जीवन और करियर के अनुभव भी भावी पीढ़ी को नई दिशा दें।"
“आप ही हैं विद्यालय की असली पहचान” — शिक्षकों ने किया सम्मान
कार्यक्रम के दौरान शिक्षकगणों ने वर्षवार पूर्व छात्रों की उपलब्धियों को साझा किया। कई छात्र अब प्रशासनिक सेवाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य, सेना, निजी कंपनियों तथा समाजसेवा के क्षेत्र में कार्यरत हैं।
शिक्षकों ने सभी पूर्व छात्रों को संस्थान की धरोहर और गौरव बताते हुए प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। सम्मान ग्रहण करते समय कई छात्रों की आंखें नम हो गईं।
“तुम्हारी सफलता हमारी जीत है” — भावुक हुए शिक्षक
मंच संचालन पीजीटी इंग्लिश शिक्षक लालमणी सोनवानी ने किया और अपने बेहतरीन एंकरिंग से पूरे आयोजन को उत्साहपूर्ण बनाया।
कॉमेडी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने वातावरण को मनोरंजन और यादों से भर दिया।
पूर्व छात्र की घोषणा — हर साल मिलेगा मेधावी सम्मान
कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व छात्र एवं पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष, तथा सत्यमेव जयते जनकल्याण समिति कवर्धा के अध्यक्ष देवसिंह धुर्वे ने प्रेरक घोषणा करते हुए कहा—
“पहला स्थान प्राप्त करने वाले 10वीं और 12वीं के छात्रों को ₹1501 और दूसरा स्थान प्राप्त करने वालों को ₹1001 की सम्मान राशि हर वर्ष दी जाएगी।”
उनकी इस घोषणा पर पूरे परिसर में तालियों की गड़गड़ाहट गूंजी, और छात्रों के चेहरों पर नई उम्मीद की चमक दिखाई दी।
पुरानी दोस्ती, पुरानी बातें और वह होस्टल वाली हंसी
लंच ब्रेक के दौरान छात्र अपने-अपने कमरों, गलियारों और मैदानों को देखकर भावुक नजर आए।
किसी ने कहा—
“यहीं हमने सपने देखे थे, और यहीं से उन्हें पूरा करने की शुरुआत की थी।”
इनकी विशेष उपस्थिति रही
कार्यक्रम में शिक्षक डॉ. गणेशराम राकेश, बीएस दिवाकर, एनडी चंद्रा, कनकराम साहू, धर्मराज वर्मा, पीटीआई एमके साहू, विक्रांत सिंह चौहान, बिसकुंवर मेरावी, रजनी बड़थ्वाल तथा अन्य सभी शिक्षकगणों सहित पूर्व छात्र अजय कुमार नेताम, विजय कुमार धुर्वे, लालसिंह मरकाम, राजाराम मरकाम, कुलेश्वर मरकाम, लक्ष्मी पैंकरा, धर्मेंद्र नेताम, दिग्विजय मसराम और वर्तमान छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।


